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ब्लॉगिंग क्या है और कैसे शुरू करें? Blogging kya hai aur kaise shuru kare?

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Blogging kya hai? Blogging kaise shuru kare?: आज के डिजिटल युग में ब्लॉगिंग एक अच्छा तकनीक है जो हर किसी को अपने विचारों और अनुभवों को शेयर करने का एक नया और सरल तरीका प्रदान करती है। ब्लॉगिंग के माध्यम से, व्यक्ति अपने रुचि के क्षेत्र में लेख लिखकर, विचार विनिमय करके, और सामाजिक संवाद करके अपना संदेश साझा कर सकते हैं। यहां हम ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें, इस विषय पर एक दिलचस्प और सरल गाइड प्रस्तुत कर रहे हैं, जो नए ब्लॉगर्स को ब्लॉगिंग की दुनिया में सफल होने में मदद करेगा।

ब्लॉगिंग एक साझा करने की कला है, जिसमें आप अपने विचारों को दुनिया के साथ साझा करते हैं।

ब्लॉगिंग क्या है? (Blogging kya hai?)

Blogging kya hai: ब्लॉगिंग एक ऑनलाइन माध्यम है जिसके उपयोग से लोग अपने जानकारी, विचारों, और अनुभवों को साझा करते हैं। यह एक सार्वजनिक प्लेटफॉर्म हो सकता है जहां लोग आपके लिखे गए सामग्री को पढ़ सकते हैं।

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ब्लॉगिंग क्या है और कैसे शुरू करें? Blogging kya hai aur kaise shuru kare?
Blogging kya hai? aur kaise shuru kare?

ब्लॉगिंग का मुख्य उद्देश्य लोगों को जानकारी, मनोरंजन, और प्रेरणा प्रदान करना है। यह एक सामाजिक माध्यम है जो लोगों को एक साथ जोड़ता है और उन्हें विभिन्न विषयों पर चर्चा करने का मौका देता है।

उदाहरण: लोग अपने व्यक्तिगत जीवन विवरण, टिप्स और ट्रिक्स, रोचक कहानियाँ, उपयोगी जानकारी, उत्पाद समीक्षा, और कुछ भी अपने ब्लॉग पर साझा कर सकते हैं।

ब्लॉगिंग के माध्यम से लेखक अपने users के साथ संवाद करते हैं। उनके प्रश्नों का उत्तर देते हैं, और उनकी सहायता करते हैं। इसके अलावा, ब्लॉगिंग व्यक्तिगत विकास और सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देता है, क्योंकि ब्लॉगर्स अपने पाठकों के साथ जुड़े रहते हैं और समुदाय का हिस्सा बनते हैं।

ब्लॉगिंग क्यों महत्वपूर्ण है?

Blogging kya hai: ब्लॉगिंग आजकल बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। यह न केवल हमें अपने विचारों को साझा करने का मौका देती है, बल्कि हमें व्यापारिक और व्यक्तिगत स्तर पर भी समर्थ बनाती है। ब्लॉगिंग से हम नए लोगों से जुड़ सकते हैं और अपने विचारों को लोगों तक पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा, यह हमें नई जानकारियों का अध्ययन करने का मौका भी देती है। अतः, ब्लॉगिंग आजकल हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है।

ब्लॉगिंग का महत्व

  • ब्लॉगिंग सामाजिक संचार, व्यापारिक प्रचार, और व्यक्तिगत विकास के लिए उपयोगी हो सकता है।
  • ब्लॉगिंग से लोगों को अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने का मौका मिलता है, जो समाज में जागरूकता बढ़ाता है।
  • ब्लॉगिंग समुदाय बनाने का एक शानदार तरीका है, जो लोगों को एक साथ जोड़ता है और उन्हें अपने समाज के बारे में सोचने और बातचीत करने का मौका देता है।
  • ब्लॉग पोस्ट सार्वजनिक चर्चा को बढ़ावा देते हैं और लोगों को विभिन्न मुद्दों पर सोचने और बहस करने के लिए प्रेरित करते हैं।
  • ब्लॉगिंग व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है, क्योंकि यह व्यवसायों को अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रचार करने और अपने ब्रांड को प्रोत्साहित करने का एक स्वाभाविक तरीका है।
  • ब्लॉगिंग से पैसे कमाने का एक माध्यम भी है, जो लोगों को अपने रुझानों और रूचियों के बारे में लेख लिखकर आय उत्पन्न करने की सुविधा प्रदान करता है।

ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें?

Blogging kaise shuru kare: ब्लॉगिंग की शुरुआत करना एक आसान प्रक्रिया है जो आपको अपने विचारों और अनुभवों को दुनिया के साथ साझा करने का मौका देती है। यहाँ हम कुछ सरल कदम बता रहे हैं जो आपको ब्लॉगिंग शुरू करने में मदद करेंगे:

ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें (Blogging kaise shuru kare)?
  • विषय चुनें (Choose your Niche)
  • प्लेटफ़ॉर्म चुनें (Choose Platform)
  • डोमेन और होस्टिंग
  • डिज़ाइन का निर्धारण
  • सामग्री तैयार करें
  • नियमित पोस्ट
  • सामुदायिक संवाद
  • प्रचार और विज्ञापन

आइये अब एक-एक करके सभी Topics को समझते हैं —

विषय चुनें (Choose your Niche)

ब्लॉगिंग की शुरुआत करने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है एक विषय (Niche) का चयन करना। आपके ब्लॉग का विषय आपकी ब्लॉगिंग की पहचान को निर्धारित करता है और आपके पाठकों को आकर्षित करता है।

विषय (Niche) का चयन करते समय यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि आपका चुना हुआ विषय (Niche) आपके रुचियों, ज्ञान, और विचारों के साथ मेल खाता हो। यहाँ कुछ विषयों के प्रस्ताव दिए गए हैं जो आपके लिए सूची के रूप में उपयोगी हो सकते हैं:

Blog Niche Ideas
  • व्यक्तिगत विकास और सेल्फ-हेल्प (Personal Development and Self-Help)
  • स्वास्थ्य और फिटनेस (Health and Fitness)
  • खानपान और रेसिपी (Food and Recipes)
  • यात्रा और टूरिज्म (Travel and Tourism)
  • फैशन और स्टाइल (fashion and style)
  • विपश्यना और ध्यान (Vipassana and meditation)
  • करियर और नौकरी (Career and job)
  • डिजिटल मार्केटिंग और बिजनेस (Digital Marketing and Business)
  • सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी (Social Media and Technology)
  • कला और साहित्य (art and literature)

ये विषयों (Niches) के केवल एक संग्रह हैं जो सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। आप अपने रुचियों और विचारों के आधार पर किसी भी अन्य विषय को चुन सकते हैं। ध्यान दें कि आपका चुना हुआ विषय आपके द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी के लिए अधिक विशेष होना चाहिए। तभी आपका ब्लॉग पोस्ट पढ़कर users पुनः आपके website पर वापस आएंगे ।

आजकल ब्लॉगिंग में भी बहुत Competition हो गया है। यदि Niche का चुनाव सही ढंग से किया जाय तो इस Competition से अलग होकर काम किया जा सकता है। आप Micro Niche पर भी काम कर सकते हैं। यदि आपको Niche चुनाव करने में दिक्कत आ रही है तो आप यहाँ क्लिक कर आसानी से Niche चुनाव में मदद ले सकते हैं।

प्लेटफ़ॉर्म चुनें (Choose Platform)

ब्लॉगिंग शुरू करने के लिए कई ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म्स उपलब्ध हैं, जैसे कि WordPress, Blogger, और Medium। आपको अपने ब्लॉग के लक्ष्यों, आवश्यकताओं, और प्राथमिकताओं के आधार पर प्लेटफ़ॉर्म का चयन करना चाहिए। जो भी प्लेटफ़ॉर्म आपकी आवश्यकताओं को सबसे अच्छे रूप में पूरा करता है, उसे चुनें और अपने ब्लॉग की यात्रा शुरू करें।

यदि आप Blogging को लेकर serious हैं, तो मैं WordPress का उपयोग करने की सलाह देता हूं। क्योंकि WordPress ब्लॉगिंग के लिए एक लोकप्रिय और सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला प्लेटफॉर्म है।

यदि आप शुरुआत में पैसे खर्च नहीं करना चाहते हैं तो आप Blogger के साथ जा सकते हैं। यह Google का एक ब्लॉगिंग सेवा है जो आपको अपना ब्लॉग बनाने और प्रबंधित करने की सुविधा प्रदान करता है। यह बिल्कुल मुफ्त है और सरलता के साथ उपयोग किया जा सकता है। आपको बस एक डोमेन नाम (Domain Name) की आवश्यकता होगी।

ब्लॉग के लिए उचित नाम कैसे चुनें? (How to Choose Domain Name?)

अपने ब्लॉग के लिए एक अच्छा नाम चुनना महत्वपूर्ण है। यह आपके ब्लॉग के विषय (Niche) को प्रदर्शित करता है और लोगों को आपके ब्लॉग में आकर्षित करता है। नीचे दिए गए कुछ टिप्स आपको उचित नाम चुनने में मदद कर सकते हैं:

  1. Niche के आधार पर: प्रयास करें कि आपके ब्लॉग का डोमेन नाम आपके Niche से संबंधित हो। यह आपके पाठकों को बताएगा कि आपके ब्लॉग पर क्या उन्हें उपलब्ध होगा।
  2. सरल और याद रहने वाला : आपके ब्लॉग के लिए एक उपयुक्त और यादगार नाम चुनें।
  3. विशेष और अनूठा: नाम को संबंधित और स्मार्ट बनाएं ताकि लोग आपके ब्लॉग को आसानी से याद रख सकें।
  4. SEO और Branding: डोमेन नाम को SEO और Branding के लिए भी ध्यान में रखें। यह आपके ब्लॉग को अधिक प्रतिष्ठित बनाने में मदद कर सकता है।
  5. Social Media पेज बनायें : डोमेन नाम Social Media पर पहले से उपलब्ध है या नहीं इसकी जाँच करें, क्योंकि आप अपने ब्लॉग को Social Media पर भी प्रमोट करना चाहेंगे।

अपने ब्लॉग के लिए उपयुक्त नाम चुनने में समय निकालें और एक नाम चुनें जो आपके ब्लॉग के विषय, लक्ष्य, और पाठकों को प्रतिनिधित करे।

उदाहरण: एक व्यक्तिगत ब्लॉग के लिए, आप अपने नाम या आपके पसंदीदा विषय को ब्लेंड कर सकते हैं, जैसे कि “सोनिया की सोच” या “टेक्नो ट्रेंड्स“।

यदि आपको अपने ब्लॉग के लिए डोमेन नाम खोजने में दिक्कत आ रही है तो यहाँ हमने कुछ Blog name Ideas in Hindi टूल्स के बारे जानकारी शेयर किया है।

होस्टिंग चुनें ( How to choose perfect Hosting?)

Blogging kaise shuru kare: ब्लॉगिंग की शुरुआत करने के लिए उचित होस्टिंग का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण Points हैं जो आपको उचित होस्टिंग का चयन करने में मदद करेंगे:

  1. वेबसाइट का उपयोग: अपने ब्लॉग के उपयोग के आधार पर होस्टिंग का चयन करें। अगर आपका ब्लॉग केवल हॉबी या व्यक्तिगत उपयोग के लिए है, तो साझा होस्टिंग (shared Hosting ) उपयुक्त हो सकती है। लेकिन यदि आप एक व्यावसायिक ब्लॉग या वेबसाइट बना रहे हैं, तो आप वेब होस्टिंग (web Hosting) के साथ जा सकते हैं।
  2. स्केलिंग क्षमता: आपके ब्लॉग के लिए एक होस्टिंग प्रदाता चुनें जो स्केलिंग की सुविधा प्रदान करता है, ताकि जब आपका ट्रैफिक बढ़ता है, तो आपकी वेबसाइट को संभालने में कोई समस्या न हो।
  3. डाटा सेंटर की स्थिति: होस्टिंग प्रोवाइडर के डाटा सेंटर की स्थिति की जांच करें। एक अच्छे डाटा सेंटर का चयन करना सुनिश्चित करेगा कि आपकी वेबसाइट की स्थिरता और सुरक्षा बनी रहे।
  4. तकनीकी समर्थन (technical support): यह जरूरी है कि होस्टिंग प्रदाता आपको उचित तकनीकी समर्थन प्रदान कर सके। यह आपकी साइट हैक होने के बाद भी Restore या किसी और प्रकार के समस्या हो हल करने में मदद करेगा।
  5. मूल्य (price): अपने बजट के अनुसार होस्टिंग का चयन करें, लेकिन समय-समय पर सस्ती होस्टिंग आपको सुरक्षित नहीं कर सकती है। एक अच्छी गुणवत्ता की होस्टिंग के लिए निवेश करें।

ये कुछ महत्वपूर्ण तत्व हैं जो आपको एक अच्छी होस्टिंग का चयन करने में मदद करेंगे। यहाँ कुछ डोमेन और होस्टिंग प्रोवाइडर के वेबसाइट हैं जहाँ से आप डोमेन और होस्टिंग खरीद सकते हैं –

ProviderDescriptionLink
BluehostReliable hosting with excellent customer supportBluehost
HostGatorAffordable hosting with easy-to-use interfaceHostGator
SiteGroundFast and secure hosting with top-notch customer serviceSiteGround
GoDaddyOffers domain registration and hosting servicesGoDaddy
DreamHostReliable hosting with unlimited bandwidthDreamHost
NamecheapAffordable domain registration and hostingNamecheap
HostingerAffordable hosting with user-friendly featuresHostinger

ब्लॉग डिज़ाइन कैसे करें? (How to design a blog?)

डोमेन और होस्टिंग खरीदने के बाद सबसे important काम है ब्लॉग का सेटअप करना। जिस प्रकार लोग अपने घर को अपने हिसाब से बनवाते हैं ठीक उसी प्रकार ब्लॉग भी काम करता है। यदि आपके ब्लॉग का लुक और डिज़ाइन अच्छे ढंग से व्यवस्थित नहीं होगा तो आपके Users को ब्लॉग पर दिक्कत होगी।

यहाँ कुछ कदम हैं जो आपको अपने ब्लॉग को डिज़ाइन करने में मदद कर सकते हैं:

1. थीम चुनें (choose theme): अपने ब्लॉग के लिए एक उपयुक्त थीम चुनें। थीम (Theme) आपके ब्लॉग के Looks और Experience को परिभाषित करता है। आपको हमेशा एक Light Weight थीम का चुनाव करना चाहिए। Light Weight थीम का फायदा ये हो सकता है कि आपकी ब्लॉग की लोडिंग स्पीड अच्छी होगी।

2. लोगो और ब्रांडिंग (Logo and Branding): अपने ब्लॉग के लिए एक अच्छा और ब्लॉग के अनुकूल लोगो डिज़ाइन करें। लोगो किसी ब्लॉग वेबसाइट को एक पहचान पहचान देती है।

3. लेआउट और रंग (layout and colors): अपने थीम के लिए एक आकर्षक और बढ़िया लेआउट चुनें। साथ ही साथ बढ़िया और आसानी से दिखने वाला Colour, Background का चयन करें। इससे आपकी वेबसाइट या ब्लॉग यूजर फ्रेंडली होगी और आपके यूजर को पोस्ट पढ़ने में आसानी होगी। आपको अपने ब्लॉग के लेआउट में हेडर, मेन कंटेंट एरिया, साइडबार, और फुटर अवश्य शामिल करना चाहिए।

4. विजुअल्स (visuals): अपने ब्लॉग में आकर्षक छवियों (Images), ग्राफिक्स (Graphics) , और वीडियोज़ (videos) शामिल करें। इससे पाठकों का ध्यान बना रहेगा और उन्हें आपके कंटेंट को समझने में भी मदद मिलेगी। साथ ही साथ आपको अपने ब्लॉग डाटा चार्ट भी ऐड करना चाहिए।

5. विजेट्स (Widgets): आपको अपने ब्लॉग में उपयुक्त विजेट्स लगाना चाहिए, जैसे कि शेयर बटन (Share Button), टैग्स (Tags), खोज बार (search bar), या Users की टिप्पणियों को अपने ब्लॉग में लगा सकते हैं । यदि आपको कोडिंग का ज्ञान हो तो आप Html Widget भी यूज़ कर सकते हैं।

5. मोबाइल अनुकूलितता (mobile compatibility): ध्यान दें कि आपके ब्लॉग का डिज़ाइन मोबाइल डिवाइसों पर भी अनुकूलित हो। यह आपके पाठकों के लिए एक अच्छा अनुभव प्रदान करेगा। आपको अपने ब्लॉग को मोबाइल फ्रेंडली डिज़ाइन करना चाहिए।

आपको अपने ब्लॉग में कुछ चीजों पर ज्यादा काम करने की आवश्यकता होती है , जैसे कि तेज़ पृष्ठ लोड टाइम (fast page load time), उपयुक्त नेविगेशन (proper navigation), और सामग्री का सार्वजनिकीकरण (Disclosure of Content)। इससे आपको SEO में मदद मिलती है।

साथ ही साथ आपको अपने ब्लॉग डिज़ाइन की परिकल्पना करना चाहिए और विभिन्न उपयोगकर्ताओं के साथ परीक्षण करें ताकि आप यह पता कर सकें कि यह उन्हें कैसे पसंद आ रहा है। आप किसी अन्य वेबसाइट या ब्लॉग की मदद भी ले सकते हैं।

आवश्यक पेज जोड़ें (Add required pages)

जब ब्लॉग शुरू करने का विचार आता है, तो आपको केवल अच्छी सामग्री लिखने के अलावा भी कुछ महत्वपूर्ण पेजों को जोड़ना होगा। ये पेज आपके ब्लॉग को पूरा करने में मदद करेंगे और पाठकों को अधिक जानकारी प्रदान करेंगे। निम्नलिखित हैं कुछ आवश्यक पेज:

  1. About us page: About us page में आपको अपने ब्लॉग के बारे में जरुरी जानकारी ऐड करना है। यहां आप ब्लॉग के बारे में अनुभवों, उद्देश्य, और लक्ष्यों के बारे में संक्षिप्त जानकारी ऐड करेंगे। आप अपने बारे में, साथ ही साथ अपने टीम के बारे में भी जानकारी ऐड करेंगे।
  2. संपर्क पेज (Contact Page): यदि पाठकों को आपसे संपर्क करना हो तो उसके लिए आपको यहाँ contact details प्रदान करना चाहिए। यहां आप ईमेल पता (Email address), सामाजिक मीडिया हैंडल्स (social media handles), और संपर्क फॉर्म (contact form) शामिल कर सकते हैं।
  3. डिस्क्लेमर पेज (Disclaimer Page): Disclaimer Page आपके ब्लॉग की अटीकता और नियमों के बारे में जानकारी देता है।
  4. गोपनीयता नीति (Privacy Policy): यदि आप उपयोगकर्ताओं के डेटा (जैसे – Emails, Gender, Location) को संग्रहित करते हैं, तो आपको एक गोपनीयता नीति (Privacy Policy) पेज शामिल करना होगा।
  5. आर्काइव्स (Archives): यहां आपके ब्लॉग पोस्ट्स का संग्रह होता है, जिससे पाठकों को पुराने लेखों में खोज करने में सहायता मिलती है।
  6. Discloser page: यदि आप अपने ब्लॉग पर किसी प्रकार का Affiliate Links का उपयोग करते हैं तो इसके लिए आपको Discloser page का उपयोग करना चाहिए।

नियमित पोस्ट करें (post regularly)

नियमित पोस्ट करना एक ब्लॉगर के लिए आवश्यक होता है। यह आपके ब्लॉग को लोकप्रिय और विश्वसनीय बनाने में मदद करता है। नियमित पोस्ट करने का मतलब है कि आप अपने ब्लॉग पर नियमित अंतराल पर पोस्ट शेयर करते रहें।

यह आपके पाठकों को ब्लॉग पर लौटने के लिए प्रेरित करता है, क्योंकि वे हमेशा नए पोस्ट की उम्मीद करते हैं। नियमित पोस्टिंग के फायदे बहुत हैं, जैसे कि आपके पाठकों के साथ निरंतर संबंध बनाए रखना, आपके ब्लॉग को सर्च इंजन में अधिक पहचान दिलाना, और अपने ब्लॉग के ऑथोरिटी को बनाए रखना।

नियमित पोस्टिंग से यह भी प्रतीत होता है कि आपके पाठकों का समय कदम प्रति कदम बढ़ रहा है, जिससे आपके पाठक ब्लॉग के साथ जुड़े रहते हैं और आपकी posts को पसंद करते हैं। इसके अलावा, सर्च इंजन्स भी नियमित अपडेट किए गए ब्लॉग को पसंद करते हैं, जो आपके ब्लॉग की गुणवत्ता और योग्यता को बढ़ाता है। इसलिए, अपने ब्लॉग के सफलता के लिए, नियमित रूप से अपडेट करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

सामुदायिक संवाद (Community interaction)

सामुदायिक संवाद (Community interaction) एक महत्वपूर्ण तरीका है जिसकी मदद से आप अपने पाठकों के साथ जुड़े रह सकते हैं । इसके माध्यम से, आप अपने पाठकों के साथ नियमित रूप से जुड़े होते हैं, जिससे उन्हें आपके ब्लॉग की सामग्री पर सहमति, स्वागत, और समर्थन का अनुभव होता है। यह आपके ब्लॉग की संवादशीलता और सहयोगीता को बढ़ाता है, जिससे आपके पाठकों को अपने ब्लॉग के साथ जोड़ने का मार्ग मिलता है।

सामुदायिक संवाद का सबसे अच्छा और सरल उदाहरण आपके पाठकों के ब्लॉग पोस्ट पर टिप्पणियों का जवाब देना, सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करना, और चर्चा फोरम्स (Discussion forums) या चैट ग्रुप्स का संचालन करना हो सकता है। इससे आप अपने पाठकों के साथ सीधे संपर्क में रह सकते हैं।

प्रचार और विज्ञापन (Promotion and advertising)

एक नए ब्लॉगर प्रचार और विज्ञापन की मदद से अपने ब्लॉग को लोगों तक पहुंचा सकते हैं । यह आपके ब्लॉग की प्रतिष्ठा और प्रतिस्पर्धा में मदद करता है, और आपके ब्लॉग की उपयोगिता और महत्व को बढ़ाता है।

प्रचार (Promotion) के माध्यम से, आप सोशल मीडिया ( जैसे – फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डिन), ईमेल मार्केटिंग, और अन्य डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके अपने ब्लॉग का प्रचार कर सकते हैं।

साथ ही साथ आप अपने ब्लॉग पर स्थानीय व्यापारों, ब्रांड्स, और अन्य विज्ञापन कंपनियों के साथ साझा कर सकते हैं। इसके अलावा, आप ऑनलाइन विज्ञापन नेटवर्क्स और प्लेटफार्म्स का उपयोग करके भी अपने ब्लॉग को प्रमोट कर सकते हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों इस ब्लॉग पोस्ट में हमने Blogging kya hai? Blogging kaise shuru kare? के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की है। हमने ब्लॉगिंग के महत्व, इसे शुरू करने के तरीके, नियमित पोस्ट के महत्व, सामुदायिक संवाद, और प्रचार और विज्ञापन के बारे में चर्चा की है। यह सभी तत्व एक सफल और प्रभावी ब्लॉग शुरू करने में महत्वपूर्ण होते हैं और ब्लॉगर्स को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, अब जब आप अपना ब्लॉग शुरू करें, आप इन उपायों का पालन करके अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।

कन्हैया शर्मा

कन्हैया शर्मा

Kanhaiya Sharma is dedicated to full-time blogging, serving as the founder and leader of Gyaan Darpan. With more than 3 years of experience in the field, he has supported countless aspiring bloggers in realizing their aspirations of building thriving online platforms.View Author posts

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